Tuesday, December 22, 2015

New Year : नव वर्ष : नूतन वर्ष : नया साल : Nutan Varsh - Nakoda Ji Me : नाकोड़ा जी में


नाकोड़ा जी में नए साल की मांगलिक : New Year Manglik In Nakoda Ji

Nakoda Ji Me New Year Manglik : Vasant Vijay Ji M.S.

31 दिसंबर को भव्यातिभव्य भैरव भक्ति संध्या और फिर नव वर्ष का शुभारम्भ डॉ. वसंत विजय जी म. सा. की बीज मंत्र युक्त चमत्कारिक दिव्य महामंगलिक से, और इस से अच्छा क्या हो सकता है ।

31 December 2015 ko bhavyatibhavya bhairav bhakti or fir nav varsh ka shubhrambh dr. vasant vijay ji m.s. ki bij mantra yukt divya mahamangalik se or is se accha kya ho sakta hai.

Monday, December 21, 2015

NaKoDa Dham Bhakti Sandhya

श्री नाकोड़ा भैरवनाथ, नाकोड़ा भैरव दर्शन धाम महातीर्थ, विरार (मुम्बई)
कल 20 दिसंबर 2015 की श्री नाकोड़ा भैरव महाभक्ति के अवसर पर सजी श्री नाकोड़ा भैरवनाथ की भव्य आँगी, श्री नाकोड़ा भैरव दर्शन धाम, विरार ढेकाले ।।

Saturday, December 19, 2015

Wednesday, December 16, 2015

Shri Nakoda Bhairvnath : श्री नाकोड़ा भैरवनाथ


बोलिये श्री नाकोड़ा भैरवनाथ की जय 



Shri Nakoda Parshvanath Prabhu : श्री नाकोड़ा पार्श्वनाथ प्रभु

 बोलिये श्री नाकोड़ा  पार्श्वनाथ प्रभु की जय



श्री पार्श्वनाथ भगवान जन्मकल्याणक महोत्सव



04 January, 2016 !!
3 Day Program : 03, 04 and 05 January 2016

श्री पार्श्वनाथ भगवान जन्म कल्याणक महोत्सव- पौष दशमी

बिना पौष दशमी का महत्त्व जाने, पौष दशमी पर सिर्फ मेला और मेले में सम्मिलित होना और भीड़ का हिस्सा होना गलत हे।।

मित्रो पौष दशमी के शुभ दिन भगवन पार्श्वनाथ जी का पिता अश्वसेन जी और माता वामा देवी के घर जन्म हुआ था, सम्पूर्ण भारत वर्ष सहित दुनिया भर के जैन मंदिरों में यह पौष दशमी मनाई जाती हे... मगर ख़ास क्या हे नाकोडा तीर्थ की पौष दशमी में यह जानना आवश्यक हे।

नाकोडा तीर्थ में भेरूजी की चमत्कारिक प्रतिमा विराजमान हे, भेरू जी (नाकोडा भेरू /बटुक भेरू) के जन्म दिवस पर क्युकी भेरू जन्म महोत्सव नहीं मानते क्युकी भेरू जी ने जैन धर्म अंगीकार किया था, तो पौष दशमी के दिन ही भेरू जी का भी जन्मोत्सव मनाया जाता हे और क्यिकी भेरूजी न सिर्फ जैन अपितु सभी धर्मावलंबियो के आराध्य हे सो मेला भरता हे, सुना हे लगभग 3-4 लाख लोग इन 4-5 दिनों में दर्शन करना आते हे।।

तीर्थ को सुन्दर सजाया जाता हे, नित नै आंगी सजी आती हे और आरती के वक़्त पुरे तीर्थ तो क्या आस पास के गाँव तक भक्तिमय हो जाते हे।। इस शुभ दिन देश भर के मंद्दल भी अपनी प्रस्तुति देते हे और हजारो लाखो भक्त प्रभु के ज्योतिर्मय आभामंडल के दर्शन कर स्वयं को धन्य करते हे।।

आप भी इस शुभ अवसर पर पधारे और नाकोडा जी द जैन तीर्थ पेज परिवार की मेहनत को सफल बनाये ।।

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Sunday, November 29, 2015

प्रार्थना : भक्ति दीप जले

जय जिनेन्द्र सा
भक्ति का दीप जले, ज्योति अखण्ड चले
अदभुत् देव है, सिद्ध सयोंगी, आशीष सबको मिले..
भक्ति का दीप जले..
पूर्व पश्चिम उत्तर दक्षिण सारे जगत में फिरे..
भक्ति का दीप जले..
विश्व में ख्याति, सूरज की भाँति, आँखों में तेज मिले..
भक्ति का दीप जले..
जय जय करते नर नारी सब भैरू के चरण पड़े..
भक्ति का दीप जले..
कहे मोहन सभी भक्त भैरू के भाव से जाप करे..
भक्ति का दीप जले..
अम्बिका नन्द को वन्दन करते विपति सारी टले..
भक्ति का डीप जले..
भक्ति का दीप जले, ज्योति अखण्ड चले ।
बोलिये साँचा देव नाकोड़ा भैरवनाथ की जय ।