04 January, 2016 !!
3 Day Program : 03, 04 and 05 January 2016
श्री पार्श्वनाथ भगवान जन्म कल्याणक महोत्सव- पौष दशमी
बिना पौष दशमी का महत्त्व जाने, पौष दशमी पर सिर्फ मेला और मेले में सम्मिलित होना और भीड़ का हिस्सा होना गलत हे।।
मित्रो पौष दशमी के शुभ दिन भगवन पार्श्वनाथ जी का पिता अश्वसेन जी और माता वामा देवी के घर जन्म हुआ था, सम्पूर्ण भारत वर्ष सहित दुनिया भर के जैन मंदिरों में यह पौष दशमी मनाई जाती हे... मगर ख़ास क्या हे नाकोडा तीर्थ की पौष दशमी में यह जानना आवश्यक हे।
नाकोडा तीर्थ में भेरूजी की चमत्कारिक प्रतिमा विराजमान हे, भेरू जी (नाकोडा भेरू /बटुक भेरू) के जन्म दिवस पर क्युकी भेरू जन्म महोत्सव नहीं मानते क्युकी भेरू जी ने जैन धर्म अंगीकार किया था, तो पौष दशमी के दिन ही भेरू जी का भी जन्मोत्सव मनाया जाता हे और क्यिकी भेरूजी न सिर्फ जैन अपितु सभी धर्मावलंबियो के आराध्य हे सो मेला भरता हे, सुना हे लगभग 3-4 लाख लोग इन 4-5 दिनों में दर्शन करना आते हे।।
तीर्थ को सुन्दर सजाया जाता हे, नित नै आंगी सजी आती हे और आरती के वक़्त पुरे तीर्थ तो क्या आस पास के गाँव तक भक्तिमय हो जाते हे।। इस शुभ दिन देश भर के मंद्दल भी अपनी प्रस्तुति देते हे और हजारो लाखो भक्त प्रभु के ज्योतिर्मय आभामंडल के दर्शन कर स्वयं को धन्य करते हे।।